एड्स की बीमारी लाइलाज है लेकिन एड्स वायरस के इलाज में एक बड़ी कामयबी मिली है। लंदन के डॉक्टरों ने दावा किया है कि एक एचआईवी पॉजिटिव शख्स को स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के द्वार एड्स वायरस मुक्त कर लिया गया है। एड्स के इलाज को लेकर यह दनिया की दुसरी घटना है। इसके पहले एक जर्मन नागरिक जो की बर्लिन पेशेंट के नाम से प्रसिद्ध हआ था उसका इलाज होने की खबर आयी थी। बर्लिन पेशेंट को 2008 में एड्स से मुक्त करा लिया गया था। शुरुआत में तो पहचान छुपायी गयी थी लेकिन बाद में उसने अपनी पहचान